गंज मंडी परिसर के निर्माण को लेकर कानूनी दांवपेच प्रारंभ

कब्जाधारियों एवं कानूनी दांवपेच से बचने हाईकोर्ट में केवियेट के लिए लगाया निगम प्रशासन ने आवेदन
सांसद बृजमोहन और निगम प्रशासन आमने सामने
रायपुर। राजधानी के मध्य स्थित पुराना गंज मंडी में प्रस्तावित गंज मंडी रिडेव्लपमेंट प्लान को अब निर्माण को लेकर सियायत तेज हो गई है। जहां नगर निगम हाईकोर्ट की शरण में चला गया है वहीं सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने यहां पर एक सार्वजनिक गार्डन बनाने की मांग कर दी है जिसके कारण निगम प्रशासन और जनप्रतिनिधि आमने सामने हो गये हैं। निगम प्रशासन ने कानूनी दांवपेच से बचने के लिए अपना पक्ष सुनने के लिए केवियेट दायर कर दिया है।
नगर निगम के अधिकृत सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तेलघानी नाका के समीप प्रस्तावित गंज मंडी रिडेव्लपमेंट प्लान के लिए सर्वे कर लिया गया है तथा यहां पर एक स्किम के तहत व्यावसायिक परिसर बनाया जाएगा। इस पर कुल लागत 250 करोड़ आने की उम्मीद है जिसको लेकर ननि प्रशासन डीपीआर बनाने जा रहा है। अधिकारियों के अनुसाार फिलहाल इस योजना के लिए धन जुटाना सबसे बड़ा मुश्किल काम है लेकिन इस कार्य जारी है।
सांसदों एवं स्थानीय व्यापारियों ने किया विरोध
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने एक विज्ञप्ति जारी कर इस मंडी परिसर में सार्वजनिक उद्यान बनाने की मांग की है। उनका कहना है कि यहां पर एक सार्वजनिक उद्यान बनाना चाहिए। व्यावसायिक परिसर सिर्फ जंगल के कांक्रीट है जिससे रायपुर की आबु हवा खराब हो रही है। नगर निगम के वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं राज्य शासन से उन्होंने अपील की है कि इस योजना को लागू करने से पहले विचार करे।
निगम ने दायर किया केवियेट हाईकोर्ट में
अपर आयुक्त यूएस अग्रवाल ने बताया कि यहां पर कुल जमीन 26 एकड़ है इसमें करीब 20 से 25 लोग स्थायी पट्टेदार है। जो की इस समय कानूनी चुनौती देने के लिए तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह योजना इस योजना पर 250 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। फिलहाल इस योजना पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया जाएगा अथवा वित्त विभाग से ऋण लिया जाएगा इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है इसका डीपीआर बनाना शुरू कर दिया है इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। इपर आयुक्त ने बताया किसी भी राजनीति विवाद को हल करने हम स्थायी कब्जाधारियों से बातचीत करेंगे।
वर्षों से जमे हुए है कई व्यावसायिक संस्थान
राजधानी के प्रभात टाकीज के पीछे तथा तेलघानी चौक के पास इस महंगे भूखंड पर कई लोगों की नजर है। यहां पर कई लोगों के द्वारा अवैध कब्जा किया हुआ है। पुराने अड़तिया लोग कब्जा जमाये बैठे हुए है। जो यहां पर स्थायी पट्टे की मांग कर रहे। यह जमीन फिलहाल ननि के आधिपत्य में है जिसको लेकर अभी विवाद चल रहा है। लेकिन कानूनी दावंपेज के चलते अब इसका निर्माण हो पाएगा की नहीं इसको लेकर ग्रहण लगते जा रहा है इस समय पुरानी गंज मंडी को लेकर कई बिल्डर एवं भूमाफिया अपनी नजर गढ़ाये हुए है। नगर निगम प्रशासन की ओर से पंकज अग्रवाल ने केवियेट याचिका दायर की है जिसको उन्होंने न्यायालय से अनुरोध किया है कि नगर निगम के पक्ष सुने बिना अनावेदक की याचिका पर सुनवाई न की जाए
आर शर्मा
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